लप्रेक 22: दो बिल्कुल चमचमाती बिल्कुल एक जैसी सफेद एक्टिवा गणेश चौराहे पर रुकी।

दो बिल्कुल चमचमाती बिल्कुल एक जैसी सफेद एक्टिवा गणेश चौराहे पर रुकी। दिखने में जैसे दो जोड़े कबसे बिछड़े हुए हो। गाड़ी के आगे की स्टीकर में दोनो के नाम की अदला बदली हुई थी। दोनो एक दूसरे को देखकर चौंक पड़े।
लप्रेक 22:
दो बिल्कुल चमचमाती बिल्कुल एक जैसी सफेद एक्टिवा गणेश चौराहे पर रुकी। दिखने में जैसे दो जोड़े कबसे बिछड़े हुए हो। गाड़ी के आगे की स्टीकर में दोनो के नाम की अदला बदली हुई थी। दोनो एक दूसरे को देखकर चौंक पड़े।
प्रीति ने सहजता से पूछा, "राजीव तुम तो न्यू यॉर्क चले गए थे। तुमने न फोन किया ना ही मुझे बताया। मैं तुम्हारे घर भी गई पर वहा ताला लगा था।"
राजीव बस प्रीति को देखता रह गया। ऐसा लगा उसे कुछ सुनाई ही नहीं दिया हो। ट्रैफिक लाइट ने अपनी उल्टी गिनती शुरू कर दी। उसे ऐसा महसूस हुआ कि सिर्फ इसी थोड़ी सी गिनती जितना ही तो जीवन है। इस लड़की से मिले आज इतने साल हो गए फिर भी एक झटके और इतनी भीड़ में भी इसने मुझे पहचान लिया। आजकल लोगों ने इतना सब्र होता कहां। राजीव इसी ख्याल में था कि प्रीति ने हॉर्न बजाया और कहा," फिर खो गए तुम्हारी ये आदत अभी तक गई नहीं।"
सीधे जाने वाली दो स्कूटी ने खुद को एक में बदला। स्टीकर भी जुड़वा हो गए। अब दोनो जुड़वा स्टीकर *वाली स्कूटी पर सवार, गणेश चौराहे के गोल चक्कर लेकर विजय पिक्चर पैलेस पहुंच गए। पुरानी दोस्ती लगती है नहीं तो पीवीआर** और आईनॉक्स*** के जमाने में विजय कौन जाता भला।
* Sticker
** PVR
*** Inox
राहुल मिश्रा
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
13-जनवरी-2024
Share :
 Like (0)
Tag :

Leave a Comment

0 Comments